आजकल हर कोई फिट रहना चाहता है जिसके लिए कई लोग जिम जाते हैं तो कुछ योग करते हैं वहीं इन सबके अलावा कुछ विशेष डायट भी हैं जिसे फॉलो कर लोग अपना वजन कम करते हैं, जिनमें से ही एक है कीटो डायट। जैसा कि आप सभी जानते ही हैं कि ये पूरा सप्ताह 1 से 7 सितंबर राष्ट्रीय पोषण सप्ताह (National Nutrition Week) के रूप में घोषित है ऐसे में डायट व आहार से जुड़ी जानकारियों से आपको अवगत कराना हमारा काम है। इसलिए आज हम विशेषरूप से बात करने जा रहे हैं कीटो डायट की।

क्यों महत्वपूर्ण है कीटो डायट?
केटोजेनिक डायट जिसे आसान भाषा में कीटो डायट कहा जाता है। कीटो डायट के बारे में चर्चा करने की एक वजह ये भी है कि आजकल ये काफी ज्यादा लोकप्रिय है खासकर युवा इसे बेहद ही ज्यादा फॉलो कर रहे हैं। वैसे यह भी सच है कि वजन कम करने के लिए ये डायट पूरी तरह से कारगर माना गया है। हालांकि इसे फॉलो करना बेहद ही कठिन होता है, बताते चलें कि कीटो डायट में लो कार्बोहाइड्रेट और हाई फैट डायट ली जाती है। इस डाइट को लेने के पीछे शरीर की कीटोसिस को स्थिति में लाना होता है। कीटो डायट को लेने के दौरान इन खाद्य पदार्थों को प्राथमिकता दी जाती है।
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इसमें ऐसे फूड का सेवन किया जाता है जो फैट में हाई और कार्ब में कम हों। जैसे,
- अंडा (Egg)
- नट्स (Nuts)
- बटर (Butter)
- पनीर (Cottage Cheese)
- ऑलिव ऑयल (Olive Oil)
कीटो डायट में लोग कर देते हैं ये गलतियां
कीटो डायट के लोकप्रिय होने का कारण ये है कि दुनियाभर के ओवरवेट लोग अपना वजन आसानी से कम कर पा रहे हैं। लेकिन ये भी सच है कि कीटो एक मेडिकल डायट है और अगर इसे किसी एक्सपर्ट की देखरेख में रहकर फॉलो न किया जाए तो मेडिकल रिस्क का सामना करना पड़ सकता है। इसलिए आज हम आपको कुछ ऐसी ही गलतियों से रूबरू कराने जा रहे हैं जो अधिकतर लोग इस डाइट को फॉलोव करते समय कर जाते हैं

हममें से कई लोग जो कीटो डायट फॉलो करते हैं उनका मानना ये होता है कि वो इसमें जितना चाहे, उतना खा सकते हैं, लेकिन ऐसा नहीं है उनकी यह सोच गलत है। फैट में काफी कैलोरी होती है। यदि आप 10 ग्राम फैट खाते हैं तो उससे 90 कैलोरी मिलेगी। कीटो डाइट ही नहीं बल्कि अन्य किसी डाइट में भी आप वजन कम करना चाह रहे हैं तो आपको कैलोरी डेफिसिट में ही रहना होगा। कहने का अर्थ है कि अगर आप कैलोरी अधिक लेते हैं तब भी वजन कम नहीं होगा।
कीटो डायट| Keto diet
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कीटो डायट के दौरान अगर आप पर्याप्त नींद नहीं लेते हैं तो मसल्स बिल्डिंग हो या फैट लॉस, हर स्टेज में पर्याप्त नींद जरूरी है। नींद की कमी से क्रेविंग बढ़ती है और इससे आपका स्ट्रेस लेवल बढ़ेगा, जो शरीर में कीटोन के प्रोडक्शन को इफेक्ट करेगा। इसलिए आप चाहते हैं कि कीटो डाइट से आपका वजन कम हो तो आपको कम से कम 7-8 घंटे की नींद जरूरी लेनी होगी।
कीटो डायट के दौरान एक कॉमन गलती जो लगभग सभी करते हैं, दरअसल इस दौरान फैट की मात्रा बढ़ाने और कार्ब्स की मात्रा कम करने की कर देते हैं। लेकिन प्रोटीन की मात्रा मीडियम नहीं करते। जिसकी वजह से एक्स्ट्रा प्रोटीन लेने से वह ग्लूकोज में बदल जाता है।
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संदर्भ लेख : Keto Diet के दौरान की ये गलतियां तो नहीं होगा वजन कम